डायरी गेम 21 जून देवांश के साथ आनंद से भरा दिन
किसानों और गरीब लोगों के लिए यह बहुत मुश्किल हो गया है क्योंकि बारिश का पानी उनके घरों में घुस रहा है। मेरा मानना है कि सरकार को उचित कदम उठाने चाहिए और बारिश में फंसे लोगों तक पहुंचना चाहिए।
मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि इस बारिश में जिन लोगों के घरो में पानी घुस गई है उनका ज्यादा नुकसान ना हुआ हो। राहत एवं बचाव कार्यों की मदद उनके पास जल्दी से जल्दी पहुंचे।
आज पहली बार मेरा भतीजा देवांश हमारी प्यारी भाभी एवं भैया जी के साथ हमारे घर आये थे और हमने साथ मिलकर खूब मजे किये।
मेरी भाभी हमारे घर से 3 किलोमीटर दूर आम में रहती है। उनकी दो छोटी बेटियां और एक बेटा है। हम हिंदुस्तानियों के घर पर ये रिवाज होता है कि अगर बच्चा पहली बार घर आता है तो उसे कपड़े, खिलाएं और मिठाई देते हैं। तो उनके घर आने से पहले मैंने मेरे पति और मम्मी जी को बाजार भेज दिया ताकि वो लोग कपड़े और खाने पीने का सामान ले सकें।
करीब शाम के 5 बजे वो लोग हमारे घर पे आएं और हम सभी लोगों ने साथ बैठकर चाय समोसे और मिठाई का आनंद उठाया। हमने साथ में बहुत सारी तस्वीरें भी क्लिक करवाईं|
हम सब ने फिर अंताक्षरी गेम खेला और पहली रात के भोजन बनाने का समय हो गया जिसमें से आज हम मटर पनीर की सब्जी, पूरी और आलू दम की सब्जी बनाने वाले हैं। प्यारी भाभीजी ने भी रसोई में हमारी खूब मदद की और सारा खाना समय पर तैयार हो गया।
मेरी डोनो भतीजी, आन्या और अंशिका ने मुझे छत पे ले कर जाने की जिद की ताकी वो हमारी डॉग्स ब्यूटी और स्कूबी को देख सके लेकिन पानी और खराब मौसम होने के कारण में उन्हें अगली बार ले जाने की प्रॉमिस की और वो डोनो मान गई।
लगभाग 10:30 बजे वो लोग अपने घर के लिए निकल गए। ऐसा लगा मानो कि उन्हें आज रोक ले लेकिन भैया जी अगले दिन ऑफिस थे तो वो लोग का जाना जरूरी था। आज का दिन बहुत अच्छा था और हमलोगो ने बहुत मजे किये।