जो काम अज्ञान में किए जा रहे हो....

in India Speaks3 years ago

image.png

जो काम अज्ञान में किए जा रहे हो
उन कामों को विराम दो।

जो रिश्ते तुम्हारी बेहोशी और अँधेरे को
और घना करते हैं, उन रिश्तों से बाहर आओ
उन रिश्तों को नया करो।

धन का, जीवन का, ऊर्जा का जो हिस्सा
तुम अपनी अवनति की तरफ़ लगाते हो,
उसको रोको।

यही सही जीवन जीने की राह है।