न बोलूँ सच तो कैसा आईना मैं जो बोलूँ सच तो चकना-चूर.........

in #poem4 years ago



न बोलूँ सच तो कैसा आईना मैं जो बोलूँ सच तो चकना-चूर हो जाऊँ